लेकिन बहुत दिनों तक लिखने का कागज न था, और लोग भोजपत्र या ताड़ के पत्तों पर लिखते थे।
2.
इसका उपयोग झोंपड़ी बनाने, बाड़ी एवं पनवाड़ी में लगाने, छड़ी, चटाई, टोकरी, चिक, सीढ़ी, फर्नीचर एवं दैनिक वस्तुओं के निर्माण में किया जाता है तो बाँस से प्लाईवुड, अख़बारी एवं लिखने का कागज, रेयान आदि भी बनाया जाता है।